Sources of revenue and expenditure of the Government of India इसको आप हिंदी में जानेगे 2023

Sources of revenue and expenditure of the Government of India हिंदी में जानेगे 

आइये शुरू करते है: भारत सरकार की आय उसकी आर्थिक स्रोतों से आती है जैसे कि इनकम टैक्स, कॉर्पोरेट टैक्स, जीएसटी, आबकारी राजस्व, आयकर संबंधित वस्त्रीकरण, नॉन-टैक राजस्व, डिविडेंड और प्रॉफिट और अन्य आय स्रोत।

व्यय की ओर से, सरकार विभिन्न क्षेत्रों में धन खर्च करती है जैसे कि सामान्य पब्लिक एक्सपेंडिचर (शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात, कृषि, जलवायु परिवर्तन आदि), सशस्त्र बल, सड़क, रेलवे और परिवहन, उर्जा, आवास और शहरी विकास, कृषि और किसान कल्याण, वित्त मंत्रालय (वित्तीय सेवाएँ, अर्थशास्त्रिक निगरानी, बजट प्रबंधन आदि), और सामाजिक कल्याण (पेंशन योजनाएँ, बेरोजगारी भत्ता, विकलांगों की सहायता आदि)।

सरकार आम जनता से विभिन्न तरीकों से कर लेती है. इनमें शामिल हैं:

  • आयकर: यह सबसे आम प्रकार का कर है. सरकार सभी लोगों से उनकी आय के आधार पर कर लेती है.
  • वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी): यह एक अप्रत्यक्ष कर है. यह सभी वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री पर लगाया जाता है.
  • सीमा शुल्क: यह एक कर है जो आयातित सामान पर लगाया जाता है.
  • निर्यात कर: यह एक कर है जो निर्यातित सामान पर लगाया जाता है.

सरकार द्वारा आम जनता से लिए गए करों का उपयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए किया जाता है, जैसे:

  • बुनियादी ढांचे का निर्माण
  • शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का प्रावधान
  • सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों का संचालन
  • देश की रक्षा
  • अन्य सार्वजनिक सेवाएं

सरकार द्वारा आम जनता से लिए गए कर आम जनता के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. वे लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और अन्य बुनियादी सुविधाएं प्रदान करते हैं. वे लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाते हैं और उन्हें एक बेहतर जीवन जीने में मदद करते हैं.

Sources of revenue and expenditure of the Government of India आइये अब एक एक करके विस्तार से समझते है

भारत सरकार की आय और व्यय के स्रोत:

आय के स्रोत:

  1. इनकम टैक्स: यह व्यक्तिगत और व्यापारिक आय के लिए कटे जाने वाले टैक्स हैं।
  2. कॉर्पोरेट टैक्स: निगमित कंपनियों की आय के आधार पर कटे जाने वाले टैक्स।
  3. जीएसटी (वस्तु और सेवा कर): वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाने वाला कर।
  4. आबकारी राजस्व: शराब, सिगरेट, पान-मसाला, गुटखा आदि पर लगाया जाने वाला कर।
  5. आयकर संबंधित वस्त्रीकरण: उच्च आय वर्ग के लोगों से कटे जाने वाले आयकर।
  6. नॉन-टैक राजस्व: सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और अन्य योजनाओं के लिए निधियों से आय।
  7. डिविडेंड और प्रॉफिट: सरकारी निगमों और संगठनों से प्राप्त होने वाले लाभ और डिविडेंड।
  8. अन्य आय: उपग्रह सेवाएँ, बाजार दरों में बदलाव, भूखंड विपणन, नौसेना और वायुसेना सेवाएँ, आदि।

व्यय के स्रोत:

  1. सामान्य पब्लिक एक्सपेंडिचर: शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात, कृषि, जलवायु परिवर्तन, आदि के लिए खर्च।
  2. सशस्त्र बल: सेना, नौसेना, वायुसेना के विकास और दुर्गम क्षेत्र में निवेश।
  3. सड़क, रेलवे और परिवहन मंत्रालय: सड़कों, रेलवे और परिवहन के विकास और सुधार के लिए खर्च।
  4. उर्जा: ऊर्जा संसाधनों के विकास और प्रबंधन, ऊर्जा सुरक्षा के लिए निवेश।
  5. आवास और शहरी विकास मंत्रालय: आवास योजनाएँ, शहरी विकास और जनसंख्या के नियंत्रण के लिए खर्च।
  6. कृषि और किसान कल्याण: कृषि उपकरण, बीज, किसानों की सहायता, बीमा योजनाएँ आदि के लिए खर्च।
  7. वित्त मंत्रालय: वित्तीय सेवाएँ, अर्थशास्त्रिक निगरानी, बजट प्रबंधन आदि के लिए खर्च।
  8. सामाजिक कल्याण: पेंशन योजनाएँ, बेरोजगारी भत्ता, विकलांगों की सहायता आदि के लिए खर्च।

यह विभिन्न स्रोत हैं जिनसे भारत सरकार आय प्राप्त करती है और इन विभिन्न क्षेत्रों में खर्च करती है।

भारत सरकार की आय और व्यय के स्रोत:

आय के स्रोत:

  1. इनकम टैक्स: यह आयकर व्यक्तिगत और व्यापारिक आय के आधार पर कटाया जाता है, जिसमें व्यक्तिगत लोगों और व्यापारिक संगठनों को कर भुगतान करना पड़ता है। यह आयकर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा वसूला जाता है।
  2. कॉर्पोरेट टैक्स: यह निगमित कंपनियों की कमाई पर कटाया जाता है, जिससे सरकार को व्यापारिक क्षेत्र में आय प्राप्त होती है।
  3. जीएसटी (वस्तु और सेवा कर): जीएसटी वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाने वाला कर है जो संयुक्त रूप से केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा वसूला जाता है।
  4. आबकारी राजस्व: इसमें शराब, सिगरेट, पान मसाला, गुटखा आदि पर लगाया जाने वाला कर शामिल है, जिससे सरकार को आबकारी उत्पादों पर आय मिलती है।
  5. आयकर संबंधित वस्त्रीकरण: यह उच्च आय वर्ग के लोगों से अधिक आयकर कटाने के लिए आम व्यक्तियों से अलग कटाव को दर्शाता है।
  6. नॉन-टैक राजस्व: सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और अन्य सरकारी योजनाओं से प्राप्त होने वाली आय, जैसे कि पेंशन योजनाएँ और सब्सिडी।
  7. डिविडेंड और प्रॉफिट: सरकारी निगमों और संगठनों से प्राप्त होने वाले लाभ और डिविडेंड।
  8. अन्य आय: यह उपग्रह सेवाएँ, बाजार दरों में बदलाव, भूखंड विपणन, नौसेना और वायुसेना सेवाएँ आदि से प्राप्त होने वाली आय को दर्शाता है।

व्यय के स्रोत:

  1. सामान्य पब्लिक एक्सपेंडिचर: शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात, कृषि, जलवायु परिवर्तन, आदि के लिए खर्च किया जाता है, जो लोगों की जीवन में सुधार करने के लिए किया जाता है।
  2. सशस्त्र बल: सेना, नौसेना, वायुसेना के विकास और सुरक्षा के लिए आवश्यक खर्च किया जाता है।
  3. सड़क, रेलवे और परिवहन मंत्रालय: सड़कों, रेलवे और परिवहन के विकास और सुधार के लिए आवश्यक खर्च किया जाता है।
  4. उर्जा: ऊर्जा संसाधनों के विकास और प्रबंधन, ऊर्जा सुरक्षा के लिए निवेश किया जाता है।
  5. आवास और शहरी विकास मंत्रालय: आवास योजनाएँ, शहरी विकास और जनसंख्या के नियंत्रण के लिए खर्च किया जाता है।
  6. कृषि और किसान कल्याण: कृषि उपकरण, बीज, किसानों की सहायता, बीमा योजनाएँ आदि के लिए खर्च किया जाता है।
  7. वित्त मंत्रालय: वित्तीय सेवाएँ, अर्थशास्त्रिक निगरानी, बजट प्रबंधन आदि के लिए खर्च किया जाता है।
  8. सामाजिक कल्याण: पेंशन योजनाएँ, बेरोजगारी भत्ता, विकलांगों की सहायता आदि के लिए खर्च किया जाता है।

यह उपरोक्त स्रोत भारत सरकार की आय और व्यय के मुख्य स्रोत हैं, जिनसे वे समाज की सेवा और विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करती है।

सरकार ये टैक्स लेती है इसके प्रूफ के लिए हम आपको बताना चाहते है आगे पढ़े आप

सरकारी टैक्सों की प्रूफ पाने के लिए आप निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:

  1. आधिकारिक सरकारी वेबसाइटों का प्रयोग: आप भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइटों (उदाहरण: incometaxindia.gov.in, cbic.gov.in, gst.gov.in) पर जाकर टैक्स से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  2. विपणनीय और शिक्षात्मक स्रोतों का प्रयोग: सरकारी टैक्सों के विषय में गूगल पर खोज करके विपणनीय और शिक्षात्मक स्रोतों की खोज करें, जैसे कि विभिन्न खबर पोर्टल, वेबसाइटों, विशेषज्ञों के ब्लॉग आदि।
  3. सरकारी नोटिफिकेशन और डॉक्यूमेंट्स: सरकारी नोटिफिकेशन, कर संहिताएँ, और अन्य आधिकारिक डॉक्यूमेंट्स जैसे कि बजट डॉक्यूमेंट्स, आयकर निर्धारण, गैजेट, आदि को अध्ययन करें।
  4. सरकारी प्रेस विज्ञप्तियाँ: सरकारी प्रेस विज्ञप्तियों को पढ़कर आप सरकारी नीतियों और टैक्सों के बारे में जान सकते हैं।
  5. आधिकारिक सरकारी दस्तावेज़: यदि आपको आवश्यकता हो, तो आप सरकारी आयकर दायरों, जिला कलेक्टर ऑफिस, या अन्य सरकारी दफ्तरों में जाकर आधिकारिक दस्तावेज़ प्राप्त कर सकते हैं।
  6. सरकारी योजनाओं की जानकारी: सरकार अक्सर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आयकर और अन्य टैक्सों के विषय में जानकारी प्रदान करती है, जो उपलब्ध हो सकती है।

यदि आप किसी विशिष्ट सरकारी टैक्स की जानकारी की तलाश में हैं, तो आप उपरोक्त स्रोतों का प्रयोग करके संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Sources of revenue and expenditure of the Government of India FAQs in hindi

here are some FAQs about the sources of revenue and expenditure of the Government of India in Hindi:

  • भारत सरकार के राजस्व के स्रोत क्या हैं?

  • भारत सरकार के राजस्व के स्रोत मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:

    • कर राजस्व: यह वह राजस्व है जो सरकार को करों के रूप में प्राप्त होता है। करों के विभिन्न प्रकार हैं, जैसे आयकर, वस्तु एवं सेवा कर (GST), सीमा शुल्क, आदि।
    • गैर-कर राजस्व: यह वह राजस्व है जो सरकार को करों के अलावा अन्य स्रोतों से प्राप्त होता है। गैर-कर राजस्व के विभिन्न प्रकार हैं, जैसे शुल्क, ब्याज, लाभांश, आदि।
  • भारत सरकार के व्यय के प्रमुख मद क्या हैं?

भारत सरकार के व्यय के प्रमुख मद निम्नलिखित हैं:

    • केंद्रीय योजनागत व्यय: यह वह व्यय है जो सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के लिए किया जाता है।
    • केंद्रीय गैर-योजनागत व्यय: यह वह व्यय है जो सरकार द्वारा विभिन्न गैर-योजनागत मदों पर किया जाता है, जैसे वेतन, भत्ते, पेंशन, आदि।
    • राज्यों को सहायता: यह वह व्यय है जो सरकार द्वारा राज्यों को अनुदान और उधार के रूप में किया जाता है।
    • बाहरी देनदारी: यह वह व्यय है जो सरकार को विदेशी ऋणों और अग्रिमों के रूप में करना पड़ता है।
  • भारत सरकार का बजट कैसे तैयार किया जाता है?

  • भारत सरकार का बजट वित्त मंत्रालय द्वारा तैयार किया जाता है। बजट का मसौदा तैयार करने के लिए, वित्त मंत्रालय विभिन्न विभागों और मंत्रालयों से राजस्व और व्यय के अनुमान प्राप्त करता है। इन अनुमानों को ध्यान में रखते हुए, वित्त मंत्रालय बजट का मसौदा तैयार करता है। बजट का मसौदा कैबिनेट में पेश किया जाता है और कैबिनेट द्वारा अनुमोदन के बाद, इसे संसद में पेश किया जाता है। संसद द्वारा बजट को पारित किया जाता है और यह एक कानून बन जाता है।

  • भारत सरकार का बजट कैसे कार्यान्वित किया जाता है?

भारत सरकार का बजट वित्त मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया जाता है। वित्त मंत्रालय बजट के विभिन्न प्रावधानों के अनुसार धन का आवंटन करता है और विभिन्न विभागों और मंत्रालयों को धन जारी करता है। विभागों और मंत्रालयों को यह सुनिश्चित करना होता है कि वे धन का दुरुपयोग न करें और बजट के प्रावधानों के अनुसार व्यय करें।

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